IQNA की रिपोर्ट अल-जज़ीरा समाचार साइट के अनुसार, समाजिक नेटवर्क के कार्यकर्ताओं ने ट्विटर पर "अभिव्यक्ति के बंदियों" के खाते में पिछले महीनों में धार्मिक विद्वानों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के फैलाव के चलते नबवी मस्जिद के पूर्व व्याख्याता शेख अली बिन सईद ग़ाम्दी और उनके कई छात्रों को सऊदी अधिकारियों द्वारा गिरफ्तार किऐ जाने की सूचना दी।
रिपोर्ट में कहा गया है: शेख ग़ाम्दी को उनके भाई और वकील और पांच अन्य धार्मिक विद्वानों के साथ उनके घर पर सरकारी अधिकारियों द्वारा हमला करके गिरफ्तार किया गया है।
खबरों के इस स्रोत ने स्पष्ट किया: शेख ग़ामदी को गिरफ्तार किया गया जबकि सऊदी अधिकारियों को उनकी बीमारी और ऑक्सीजन कैप्सूल की आवश्यकता के बारे में पता था।
इस संबंध में सऊदी अरब में मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने बतायाःयह गिरफ्तारी शेख सफ़र हवाली की गिरफ्तारी के एक सप्ताह बाद हुई क्योंकि उनसे संबंधित पुस्तक की प्रस्तावना में "मुस्लिम और पश्चिमी सभ्यता 'के शीर्षक के रूप में जो लिखा है उसे जिम्मेदार ठहराया है इस तरह कि उन्हों ने इस पुस्तक में सऊदी अरब के शासक राजवंश, मिशनरी और धार्मिक विद्वानों के लिए सिफारिशें प्रदान कीं हैं ।
इसी तरह शेख सफ़र हवाली और शेख सलमान ओदह सहित सऊदी जेलों में कई बंदियों की स्वास्थ्य स्थिति में गिरावट की हालिया रिपोर्ट भी हुई है, और उनमें से कई विभिन्न बीमारियों से पीड़ित हैं।
सऊदी अधिकारियों द्वारा गिरफ्तारी और कारणों को छिपाने के प्रयासों के बावजूद, जेलों से जारी की गई जानकारी से संकेत मिलता है कि कई कैदी अपने अधिकारों का उल्लंघन करने के मुक़ाबिल और न किऐ गऐ पापों को स्वीकार करने व सऊदी अधिकारियों के सामने झुक जाने के लिऐ गंभीर यातना का शिकार बनाऐ जारहे हैं।
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